2023 में पता करे – online banking types?

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हेल्लो दोस्तों।आज का हमारा विषय है Online Banking Types, जो आज के इस युग में बहुत महत्वपुर्ण हो चुकी है क्योकि नेट बैंकिंग ने घंटो के काम को मिनट्स का काम बना दिया है आपने भी नेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया होगा या रोजाना करते भी होंगे। तो आज हम आपको इस आर्टिकल में यह बताएंगे कि नेट बैंकिंग क्या होती है , इसके कार्य क्या है , और यह क्यों जरूरी क्यों है इससे सम्बंधित आपको सारी जानकरी देंगे। तो चलिए चलते है अपने विषय की तरफ Online Banking Types।

online banking types
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Online Banking की बेसिक जानकारी

नेट बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग एक आधुनिक बैंकिंग प्रणाली है जिसमें ग्राहक अपने बैंक खातों का प्रबंधन और विभिन्न बैंकीय लेनदेन को इंटरनेट के माध्यम से कर सकते हैं। इसका उपयोग विभिन्न बैंकीय सेवाओं को प्राप्त करने और वित्तीय लेनदेनों को संपादित करने के लिए किया जाता है।

नेट बैंकिंग के माध्यम से, ग्राहक अपने खातों के संपादन कर सकते हैं, जैसे कि अपने बैलेंस की जांच करना, लेनदेन इतिहास देखना, नियमित बैंक बचत योजनाओं में निवेश करना, बिल भुगतान करना, अन्य लोगों के खातों में धन भेजना, ई-चेक देना, लोन आवेदन करना और अन्य बैंकीय सेवाएं प्राप्त करना।

नेट बैंकिंग बहुत ही सुरक्षित होती है और आपकी व्यक्तिगत जानकारी और वित्तीय लेनदेनों को गोपनीय रखती है। यह व्यक्तिगत बैंक यूजरनेम और पासवर्ड, द्वितीयक यूजरनेम और पासवर्ड, और कई बैंक द्वारा प्रदान की जाने वाली अन्य सुरक्षा प्रमाणों, जैसे कि यूनिक आईडी या टोकन आदि का उपयोग करती है। इसके अलावा, बैंक अकाउंट संबंधी कार्यों को पूरा करने के लिए अकाउंट नंबर और अन्य पहचानकर्ता जानकारी की आवश्यकता होती है।

नेट बैंकिंग का उपयोग आसान होता है और ग्राहकों को समय और प्रयास बचाने में मदद करता है। यह भारत में भी बहुत प्रचलित है और व्यापक बैंक लॉगिन और मोबाइल ऐप्स के माध्यम से उपलब्ध है।

Online Banking Types या नेट बैंकिंग क्या होती है?

नेट बैंकिंग, को ई-बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग भी कहा जाता है। इंटरनेट बैंकिंग या नेट बैंकिंग द्वारा बैंक का लेन-देन किया जाता है। नेट बैंकिंग बैंक के लेन-देन का एक डिजिटल तरीका होता है।

यह एक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली ही होती है जो बैंक द्वारा अपने ग्राहक को दी जाती है, जिससे कोई भी व्यक्ति स्वयं ही अपने खाते से सम्बंधित जानकारी ले सकता है। इस सुविधा को किसी भी व्यक्ति के लिए सक्रिय किया जा सकता है। नेट बैंकिंग को पैसे हस्तांतरित करने का तरीका भी कहा जा सकता है।

Online Banking का महत्व

ऑनलाइन बैंकिंग आधुनिक युग में एक महत्वपूर्ण और आवश्यकतामयी सेवा है। इसका महत्व आपातकालीन, सुविधाजनकता, सुरक्षा और वित्तीय प्रबंधन में सुधार करने में निहित है। इस लेख में हम ऑनलाइन बैंकिंग के महत्व को विस्तार से देखेंगे।

I. सुविधाजनकता,


A. 24×7 सेवा: ऑनलाइन बैंकिंग आपको दिन रात बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने की सुविधा प्रदान करता है। आप अपनी मनचाही समय पर बैंकिंग कार्यों को पूरा कर सकते हैं।
B. आसान और तेज़ लेनदेन: ऑनलाइन बैंकिंग आपको लेनदेन, खाता सत्यापन, बिल भुगतान और अन्य वित्तीय कार्यों को आसानी से और तेज़ी से पूरा करने की सुविधा प्रदान करता है।
C. दूरस्थ एकीकरण: ऑनलाइन बैंकिंग आपको अपने खातों की प्रबंधन को एक स्थान से करने की अनुमति देता है। आप अपने मोबाइल, कंप्यूटर या इंटरनेट-संचार युक्ति का उपयोग करके कहीं से भी बैंकिंग कार्यों को प्रबंधित कर सकते हैं।

II. सुरक्षा,


A. आपातकालीन व्यवस्था: ऑनलाइन बैंकिंग कम्पनियों ने आपातकालीन संपर्क, खाता सुरक्षा और ग्राहक सहायता की व्यवस्था की है। इससे आपकी सुरक्षा और विश्वास सुनिश्चित होता है।
B. शब्द-संरक्षण: ऑनलाइन बैंकिंग आपको सुरक्षित पासवर्ड, द्वितीयकारी सत्यापन के माध्यम और तकनीकी सुरक्षा के नियमों की परिभाषा करता है। यह आपके खातों को हैकिंग और धोखाधड़ी से सुरक्षित रखता है।

III. वित्तीय प्रबंधन,


A. खाता संबंधी कार्य: ऑनलाइन बैंकिंग आपको खाता संबंधी कार्यों को आसानी से प्रबंधित करने की सुविधा प्रदान करता है। आप अपने बैंक खाते की स्थिति, वित्तीय लेनदेन और उद्धरण जैसी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
B. बिल भुगतान: ऑनलाइन बैंकिंग आपको बिजली, गैस, टेलीविजन, इंटरनेट आदि के बिल का भुगतान करने की सुविधा प्रदान करता है। आप बिलों की समय पर भुगतान करके विलंब शुल्क से बच सकते हैं।

Online Banking की बढ़ती लोकप्रियता और सुविधा

ऑनलाइन बैंकिंग की बढ़ती लोकप्रियता और सुविधा के बारे में बात करने के लिए निम्नलिखित विवरण दिए गए हैं:

सुविधा की प्राथमिकता:

ऑनलाइन बैंकिंग ग्राहकों को बैंक खातों और वित्तीय सेवाओं को सुरक्षित तरीके से अपने घर से ही प्रबंधित करने की सुविधा प्रदान करता है। यह समय और प्रयास बचाने में मदद करता है, क्योंकि आपको बैंक शाखा में जाने की जरूरत नहीं होती है।

खातों का प्रबंधन:

ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से ग्राहक अपने बैंक खातों का प्रबंधन कर सकते हैं, जैसे कि अपने बैलेंस की जांच, लेनदेन की विवरण, पिछले लेनदेन की स्थिति, चेक बुक अर्डर करना आदि। यह ग्राहकों को उनकी वित्तीय स्थिति को संगठित रखने और आराम से बैंक लेनदेन करने की अनुमति देता है।

ऑनलाइन लेनदेन:

ऑनलाइन बैंकिंग ग्राहकों को विभिन्न लेनदेन कार्यों को आसानी से करने की सुविधा प्रदान करता है। इसमें विभिन्न भुगतान विकल्प शामिल हो सकते हैं, जैसे बिजली बिल भुगतान, ई-चेक देना, अन्य लोगों के खातों में धन भेजना, लोन आवेदन करना आदि।

ई-स्टेटमेंट:

ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से ग्राहकों को अपने खाते के विवरणों को इंटरनेट पर उपलब्ध ई-स्टेटमेंट के माध्यम से प्राप्त करने की सुविधा मिलती है। यह पेपरलेस होता है और ग्राहकों को बैंक विवरणों को बार-बार प्रिंट करवाने की जरूरत नहीं होती है।

24×7 उपलब्धता:

ऑनलाइन बैंकिंग सेवाएं 24 घंटे और 7 दिन उपलब्ध होती हैं, इसलिए ग्राहक किसी भी समय अपने खातों को अपडेट कर सकते हैं और लेनदेन कर सकते हैं। यह खाताधारकों को आवश्यकता के अनुसार खुदरा बैंकिंग की सुविधा प्रदान करता है।

मोबाइल एप्लीकेशन:

ऑनलाइन बैंकिंग सेवाएं अब मोबाइल ऐप्स के माध्यम से भी उपलब्ध हैं। यह ग्राहकों को स्मार्टफोन के द्वारा भी खाता प्रबंधन करने की सुविधा देता है। ये ऐप्स सुरक्षित होते हैं और ग्राहकों को अपने खातों और लेनदेनों को देखने और कंट्रोल करने की अनुमति देते हैं।

ऑनलाइन बैंकिंग की बढ़ती लोकप्रियता का कारण इसकी सुविधाएं हैं जो ग्राहकों को समय और प्रयास बचाते हैं, सुरक्षा प्रदान करती हैं और वित्तीय लेनदेन को आसान और आरामदायक बनाती हैं। यह भविष्य में और भी अधिक अवसर और तकनीकी उन्नति के साथ विकसित होने की संभावना है।

Online Banking Types (ई-बैंकिंग के प्रकार)

नेट बैंकिंग पैसे हस्तांतरण का एक सटीक तरीका होता है यह व्यक्ति के लिए एक लाभदायक सुविधा है जो व्यक्ति का समय भी बचाती है सामान्यतया नेट बैंकिंग तीन प्रकार की होती है——-

  • मोबाइल नेट बैंकिंग,
  • क्रेडिट कार्ड नेट बैंकिंग,
  • कॉरपोरेट नेट बैंकिंग,

मोबाइल नेट बैंकिंग,

नेट बैंकिंग द्वारा बहुत से प्रकार के लेन-देन की सुविधा मिल जाती है। अब अगर हम बात करते हैं मोबाइल नेट बैंकिंग की तो मोबाइल से ऐप द्वारा होने वाली प्रत्येक क्रिया मोबाइल नेट बैंकिंग के अंतर्गत आती है या हम ये भी कह सकते हैं कि मोबाइल की सहायता से जो बैंक से सम्बंधित लेन-देन किया जाता है मोबाइल नेट बैंकिंग कहलाता है।

यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली बैंकिंग की प्रक्रिया है क्योकि मोबाइल ही एक ऐसी चीज है जिसे हम हर समय अपने साथ रखते हैं और जरूरत पड़ने पर मोबाइल से ही 80% भुगतान करते है। 

वैसे तो मोबाइल नेट बैंकिंग लगभग सभी प्रकार के भुगतान व लेन-देन कर सकती है किन्तु जब बात बड़ी राशि की आती है तब मोबाइल नेट बैंकिंग असफल सी दिखाई देती है इसका कारण मोबाइल नेट बैंकिंग की सीमा से होता है जहाँ पर आपको मोबाइल नेट बैंकिंग की सभी सुविधा के साथ साथ एक राशि सीमा भी दी जाती है जिससे अधिक राशि का भुगतान या हस्तांतरण आप इस बैंकिंग से नहीं कर सकते। मोबाइल नेट बैंकिंग को हम छोटे छोटे लेन-देन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।  

online banking ke benifits
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मोबाइल नेट बैंकिंग की कुछ सावधानियां:

नेट बैंकिंग को इस्तेमाल करते समय हमें सावधानी बरतनी होती है, क्योकि मोबाइल एक ऐसी चीज होती है जिसको हम कभी कभी अन्य व्यक्ति को इस्तेमाल करने के लिए दे सकते है अन्य व्यक्ति को देने के पश्चात हमें ये जानकारी नहीं होती कि वह हमारे मोबाइल का इस्तेमाल किस उद्देस्य से कर रहा होता है, यदि हम ध्यान न दें तो वह व्यक्ति हमारे मोबाइल का इस्तेमाल अपने हित के लिए कर सकता है (वह हमारी मोबाइल नेट बैंकिंग का इस्तेमाल अपने स्वयं के भुगतानों के लिए, हमारी अनुमति के बिना कर सकता है)।

इसलिए हमें अपने मोबाइल की नेट बैंकिंग को सुरक्षा सहित रखना चाहिए, उसमे पासवर्ड या पिन का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि किसी अन्य के हाथ अगर हमारा मोबाइल लग भी जाये तो वह उसका गैर-इस्तेमाल ना कर सके।

क्रेडिट कार्ड नेट बैंकिंग,

क्रेडिट कार्ड नेट बैंकिंग जानने से पहले ये जान लेना आवश्यक है कि  क्रेडिट कार्ड क्या होता है? क्रेडिट कार्ड भी (नेट बैंकिंग की भांति) एक सुविधा है जो बैंको द्वारा अपने ग्राहक को दी जाती है। इसमें बैंक आपको लेन-देन के लिए एक निश्चित  राशि कुछ समय के लिए देता है और समय पूरा होने पर स्वतः ही आपके खाते से दी गयी राशि को वापस ले लेता है (जितनी राशि का इस्तेमाल आप करेंगे बैंक भी उतनी ही राशि वापस लेगा)।

क्रेडिट कार्ड एक ऐसी सुविधा होती है जिसमे आप अपने खाते की राशि का प्रयोग न कर के बैंक से दी गयी राशि (जो ऋण सामान होती है) का प्रयोग अपने भुगतानों के लिए करते हैं। क्रेडिट कार्ड के  इस्तेमाल  से की जाने वाली प्रत्येक क्रिया क्रेडिट कार्ड नेट बैंकिंग का भाग बन जाती है।

क्रेडिट कार्ड नेट बैंकिंग में एक लिमिट निश्चित होती है जिससे अधिक राशि को आप खर्च नहीं कर सकते हैं नेट बैंकिंग की सुविधा आपको,  आपातकाल की स्थिति के लिए प्रदान की जाती है। इस सुविधा के बदले बैंक आपसे कुछ शुल्क लेता है जिसकी ब्याज दर ज्यादा नहीं होती, क्रेडिट कार्ड नेट बैंकिंग आपके लिए बहुत उपयोगी होती है।

कॉरपोरेट नेट बैंकिंग,

मोबाइल नेट बैंकिंग और क्रेडिट कार्ड नेट बैंकिंग के अलावा एक ओर नेट बैंकिंग होती है जिसे कॉरपोरेट नेट बैंकिंग कहा जाता है। कॉरपोरेट नेट बैंकिंग को कॉरपोरेट  ग्राहक द्वारा ही इस्तेमाल किया जा सकता है। व्यक्तिगत ग्राहक को छोड़कर कोई फर्म, कंपनियाँ, ट्रस्ट, भागीदार, मालिकाना हक रखने वाले प्रतिष्ठान इत्यादि सभी कॉरपोरेट  ग्राहक के अंदर गिने जाते हैं। 

जब भी किसी फर्म या कंपनी द्वारा किसी भी प्रकार का लेन-देन या भुगतान नेट बैंकिंग द्वारा किया जाता है तब वह कॉरपोरेट  नेट बैंकिंग के अंतर्गत शामिल हो जाती है। कॉरपोरेट  बेकिंग की सुविधा के लिए आपको अलग से आवेदन करने की जरूरत होती है उसके बाद ही आपका कॉरपोरेट  नेट बैंकिंग की सुविधा सक्रिय हो पाती है। 

नेट बैंकिंग के लिए जरूरी जानकारी 

नेट बैंकिंग के लिए आपके पास कुछ महत्वपूर्ण जानकारी का पहले से होना जरूरी होता है। Online Banking kya hai इसके साथ यह जानकारी भी आपको होनी चाहिए, यह वो जानकारी होती है जिसकी जरूरत आपको, नेट बैंकिंग की सुविधा को सक्रिय करने के लिए होती है। महत्वपूर्ण तथ्य जो आपको पता होने चाहिए ——-

  • आपके खाते की संख्या आपको पता होनी चाहिए,
  • आपकी शाखा का पता और शाखा का कोड पता होना चाहिए,
  • CIF की संख्या आपको पता होनी चाहिए,
  • शाखा का IFSC कोड भी आपको पता होना चाहिए,
  • आपके पास आपका एटीएम कार्ड जरूर होना चाहिए,
  • आपका मोबाइल नंबर जो आपके खाते से लिंक हो,

नेट बैंकिंग को सक्रिय करने का तरीका या इन्टरनेट बैंकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें ?

नेट बैंकिंग को सक्रिय करने के लिए इंटरनेट बैंकिंग खाता खोलें और इसे संचालित करें, नेट बैंकिंग की साइट पर पंजीकृत होने के लिए आपके पास कुछ महत्वपूर्ण जानकारी (जिसके बारे में आपको ऊपर बताया गया है) अवश्य होनी चाहिए। नेट बैंकिंग को सक्रिय करने के लिए आपको नीचे दिए गए बिंदुओं का अनुसरण करना होगा ——-

  • सबसे पहले आपको, आपके बैंक की official website पे जाना होता है,
  • उसके बाद आपको दो विकल्प दिखाई देंगे लॉग-इन और रजिस्टर्ड, उनमे से आपको रजिस्टर्ड विकल्प का चयन करना है (रजिस्टर्ड विकल्प को चयन करने का कारण यह है कि आपका नेट बैंकिंग सक्रिय नहीं है यदि सक्रिय होता तब आपको लॉग-इन का चयन करना होता),
  • रजिस्टर्ड विकल्प का चयन करने के पश्चात आपको पूछी गयी जानकारी को क्रमानुसार भरते जाना है, जैसे – आपका यूजर-आई-डी, और भी अन्य जानकारी,
  • सभी प्रकार की जानकारी को भरने के बाद जब आप सबमिट करते है तो बैंक शाखा द्वारा आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आपकी सुरक्षा हेतु एक OTP भेजा जायेगा,
  • OTP भरने के पश्चात आपको अपना यूजर-आई-डी और पासवर्ड बनाना होता है,
  • अब आप नेट बैंकिंग पर रजिस्टर्ड हो चुके हैं और आपका नेट बैंकिंग का खाता सक्रिय हो गया है,
  • अब आप जब कभी भीं भविष्य में नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करेंगे तो अपने द्वारा बनाए गए  यूजर आईडी (Use Id) और पासवर्ड  (Password) को डालकर आप इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।

नेट बैंकिंग को खोलने का तरीका 

अभी आपको ऊपर नेट बैंकिंग को सक्रिय करने का तरीका बताया गया है। Online Banking kya hai इसके साथ साथ इसे सक्रिय करने और खोलने का तरीका भी पता होना चाहिए, अब हम आपको नेट बैंकिंग को खोलने (इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग) का तरीका बताएँगे। नेट बैंकिंग को खोलने के लिए आप नीचे दिए इन बिन्दुओ का अनुसरण करें ——-

  • नेट बैंकिंग को खोलने के लिए आपको सबसे पहले बैंक की official website पर जाना है,
  • फिर आपको दो विकल्प दिखेंगे उनमे से आपको एक विकल्प का चयन करना होगा। यदि आपका अकाउंट पहले से है तो लॉग इन (Log In) के विकल्प का चयन करे अगर नहीं तो साइन उप (Sign Up) के विकल्प का चयन करे।
  • अब आपको, इसमें आपके द्वारा बनायी गयी आई-डी और पासवर्ड को डालना है,
  • फिर, अन्य कुछ पूछी गयी जानकारी को भरना है,
  • सभी जानकारी भरने के बाद सबमिट करें आपकी नेट बैंकिंग खुल जाएगी,
  • अब आप जो लेन-देन या भुगतान करना चाहे कर सकते हैं।

Online Banking प्रणाली के फायदे

ऑनलाइन बैंकिंग प्रणाली उपयोगकर्ताओं को विभिन्न तरह के फायदे प्रदान करती है। इसे निम्नलिखित फायदों के आधार पर समझा जा सकता है:

सुविधाजनकता,

ऑनलाइन बैंकिंग आपको संपूर्ण सुविधा प्रदान करती है। आप अपने खाता संबंधी कार्यों को कभी भी और कहीं भी आसानी से पूरा कर सकते हैं। इसके माध्यम से आप खाता सत्यापन, लेनदेन, बिल भुगतान, बैंक स्टेटमेंट देखना, फंड ट्रांसफर, ब्याज दरें जानना, चेक बुक आदि कार्यों को आसानी से कर सकते हैं।

समय और दूरी की बचत,

ऑनलाइन बैंकिंग आपको बैंक जाने की आवश्यकता से बचाती है। आपको बैंक में लंबी कतिपयदा लाइन में खड़ा होने की जरूरत नहीं होती है और आप अपने कार्यों को घर या कार्यालय से ही पूरा कर सकते हैं। इससे समय और परेशानी की बचत होती है।

बढ़ी हुई सुरक्षा,

अगर आप ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग सुरक्षित रूप से करते हैं, तो इससे आपकी वित्तीय सुरक्षा मजबूत होती है। ऑनलाइन बैंकिंग पोर्टल्स एनक्रिप्टेड होते हैं और गहन सुरक्षा प्रोटोकॉल्स का उपयोग करते हैं, जिससे आपके खाते की सुरक्षा बढ़ती है। इसके अलावा, आप अपने खाते में एक्सेस प्राप्त करने के लिए दूसरे कारणों की तुलना में ज्यादा सुरक्षाप्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि बायोमेट्रिक या द्वितीयकारी प्रमाणीकरण।

लोन और ब्याज पर बचत,

ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से आप अपने लोन या क्रेडिट कार्ड की स्थिति को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं। आप ब्याज दरें देख सकते हैं, नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं और ब्याज दरें प्राप्त कर सकते हैं। यह आपको अच्छे वित्तीय निर्णय लेने में मदद करता है और ब्याज की बचत करता है।

ऑनलाइन बैंकिंग प्रणाली आपको ये सभी फायदे प्रदान करती है, जो आपकी वित्तीय प्रबंधन को सुगम और सुरक्षित बनाती हैं। इसलिए, यह एक महत्वपूर्ण साधन है जो आपको आधुनिक वित्तीय जगत में आगे बढ़ने में मदद करता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

ऑनलाइन बैंकिंग कितने प्रकार के होते हैं?

ऑनलाइन बैंकिंग कई प्रकार का होता है। निम्न हैं वे प्रमुख प्रकार:
1. नेट बैंकिंग
2. मोबाइल बैंकिंग
3. ई-बैंकिंग
4. व्यावसायिक बैंकिंग

ये कुछ मुख्य ऑनलाइन बैंकिंग प्रणालियाँ, जो ग्राहकों को अलग-अलग तरीकों से बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करती हैं। ग्राहक अपनी आवश्यकताओं और पसंद के अनुसार इन प्रणालियों में से एक या अधिक का चयन कर सकते हैं।

ऑनलाइन बैंकिंग के क्या क्या नुकसान हो सकते हैं ?

1. ऑनलाइन बैंकिंग के निम्न नुकसान हो सकते हैं :
2. इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता
3. साइबर अपराधों का खतरा
4. तकनीकी समस्याएँ

ऑनलाइन बैंकिंग की सुरक्षा के क्या उपाय हैं ?

1. सतर्क रहें
2. मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें
3. पासवर्ड को किसी से भी साझा ना करें
4. सुरक्षित इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग करें
5. नियमित रूप से खाता सत्यापन करें

इंटरनेट बैंकिंग का होना क्यों जरूरी है?

यह तो अब आप जान ही चुके हैं कि Online Banking kya hai अब बात करते हैं इसकी जरुरत कि यह आपको ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी और खाता हैकिंग से सुरक्षा प्रदान करता है। कभी कभी हम किसी वस्तु का भुगतान समय पर नहीं कर पाते और और आपके बिल भुगतान का आखरी दिन हो, तो आप कुछ मिनट्स पहले भी ऑनलाइन पेमेंट करके जुर्माना लगने से बच सकते है। आप ऑनलाइन बैंकिंग पर भरोसा कर सकते हैं क्योकि यह सुरक्षित होती है । ऑनलाइन लेन-देन किसी भी समय और कही से भी किया जा सकता है।

नेट बैंकिंग से क्या-क्या कर सकते है?

1 . किसी भी राशि का ऑनलाइन भुगतान कर सकते हो।
2 . यह बैंकिंग का एक सुरक्षित तरीका है।
3 . किसी भी अन्य अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर सकते हो। 
4 . कभी भी अपना बैलेंस चेक कर सकते है।

सरल शब्दों में बताइए नेट बैंकिंग क्या है या
ऑनलाइन बैंकिंग की परिभाषा क्या है
?

सरल शब्दो में कहे तो नेट बैंकिंग को इंटरनेट बैंकिंग भी कहा जाता है। नेट बैंकिंग के जरिये आप बैंकिंग लेन देन डिजिटल तरीके से कर सकते है।

इंटरनेट बैंकिंग के ज़रिए पैसे ट्रांसफर करने के कौन कौन से विकल्प हो सकते हैं ?

1. NEFT के जरिये
2. RTGS के जरिये
3. IMPS के जरिये

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निष्कर्ष :- Online Banking Types

आज का यह आर्टिकल था Online Banking Types, इस आर्टिकल में आपने नेट बैंकिंग के बारे में पढ़ा कि नेट बैंकिंग बैंक द्वारा अपने ग्राहकों को दी गयी सुविधा है जिसमे आप अपने खाते से सम्बंधित सभी प्रकार के लेन-देन कर सकते हैं और प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी रूप में नेट बैंकिंग का इस्तेमाल प्रतिदिन करता ही रहता है, नेट बैंकिंग ने बैंकिंग के कार्यों को करना बहुत सरल कर दिया है। 

इस आर्टिकल में हमने आपको Online Banking Types इसके बारे में जानकारी दी है अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आये तो हमें कमैंट्स में जरूर बताये जिससे की हमें इसी तरह प्रोत्साहन मिलता रहे और आपके लिए नए-नए और रोचक आर्टिकल लाते रहे।

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