हेलो दोस्तों कैसे हैंआप सभी। आज का हमारा विषय है OD Account in Hindi आज हम आपको OD Account से सम्बंधित जानकारी देंगे। आप सभी ने करंट अकाउंट (Current Account) और सेविंग अकाउंट (Savings Account) के बारे में तो सुना ही होगा। उसी से मिलता झूलता OD Account होता है। इस आर्टिकल में हम आपको OD Account के फायदे , कार्य , यह क्या होता है इसके बारे में बताएँगे तो चलिए चलते है अपने आर्टिकल की तरफ OD Account in Hindi।

ओवरड्राफ्ट अकॉउंट कैसे खोले:
ओवरड्राफ्ट अकाउंट जैसी सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको आपको बैंक में जाकर आवेदन करना होगा या फिर आप इसके लिए ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते है। उससे पहले आपको ये जानना होगा कि OD Account in Hindi क्या है और यह सुविधा कुछ खास लोगो के लिए बैंक द्वारा औटोमैटिक ही दी जाती है, और कुछ ग्राहकों को इसके लिए आवेदन करना पड़ता है। ज्यादातर बैंक यह सुविधा प्रदान करने के लिए 1% तक प्रोसेसिंग फीस लेते है।
ओवरड्राफ्ट अकाउंट क्या होता है/ OD Account in Hindi
ओवरड्राफ्ट एक प्रकार का अकाउंट होता है जो आपको आपके बैंक खाते में शून्य राशि होने पर भी आपको लोन के रूप में राशि उधार देता है। प्रत्येक ग्राहक के लिए ओवरड्राफ्ट सीमा तय की जाती है जिससे कि ग्राहक निर्धारित सीमा तक ही पैसे/राशि निकाल सकता है।
अगर साधारण शब्दो में बात करे जब कभी भी आप कोई राशि उधार लेते है लोन के तोर पर तो इसके लिए महत्वपूर्ण होता है की आपके बैंक खाते में पहले से ही कुछ राशि मौजूद होनी चाहिए। लेकिन ओवरड्राफ्ट अकाउंट आपको तब भी पैसे देता है जब आपके अकाउंट शून्य पर ही क्यों न हो और यह एक लोन के तोर पर दी जाती है।
हालाकि यह सुविधा सेविंग (Savings Account) अकाउंट वाले ग्राहकों को भी दी जाती है लेकिन , अधिकांश बैंक यह सुविधा करंट अकाउंट (Current Account) सैलरी अकाउंट (Salary Account) और फिक्स्ड डिपॉजिट/एफडी (Fixed Deposit/FD) वाले ग्राहकों को प्रदान करते है।
ओवरड्राफ्ट के प्रकार:
वेतन के आधार पर:
नौकरीपेशा वाले व्यक्ति अपने सैलरी अकाउंट पर ओवरड्राफ्ट राशि ले सकते है। आपको अपने वेतन से दो से तीन गुना ओवरड्राफ्ट राशि मिल सकती है। जिस बैंक में आपका सैलरी अकाउंट है उसी बैंक से आपको ओवरड्राफ्ट राशि शीघ्र और आसानी से मिल सकती है।
होम लोन के आधार पर:
होम लोन ग्राहकों को भी बैंक ओवरड्राफ्ट जैसी सुविधा प्रदान करते है। जितनी संपत्ति है उसके कुल मूल्य का 50 से 60 प्रतिशत ओवरड्राफ्ट आपको मिल सकता है। इसके लिए ग्राहक द्वारा लोन को चुकाने की क्षमता और क्रेडिट हिस्ट्री का भी आंकलन किया जाता है।
बीमा पॉलिसी के आधार पर:
बीमा पॉलिसी के आधार पर आप ओवरड्राफ्ट राशि ले सकते है इसके लिए आपको बिमा पॉलिसी को गारंटी के तोर पर बैंक के पास रखना होता है। और सम एश्योर्ड के आधार पर बैंक ओवरड्राफ्ट की राशि को तय करता है।
सावधि जमा के आधार पर:
कोई भी व्यक्ति अपने सावधि जमा (FD) के आधार पर ओवरड्राफ्ट राशि ले सकता है। आपको सावधि जमा (FD) की कुल राशि का 75 प्रतिशत तक ओवरड्राफ्ट मिल सकता है। इसके ऊपर ब्याज भी कम लगता है।

ओडी अकाउंट (OD Account/Overdraft Account) के लाभ/फायदे:
इसके फायदे क्या-क्या है यह जानना भी आवश्यक है। OD Account in Hindi जानने के बाद इसके लाभ या फायदे कि बात करते हैं OD Account के फायदे निम्न प्रकार से है:
- किसी आपात स्थिति में उपयोगी Overdraft Account का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपको आपके आपात स्थिति में भी उपयोगी है। अगर किसी अन्य बैंक से लोन लिया जाता है तो उसमे सबसे महत्वपुर्ण बात यह होती है कि आपके बैंक खाते में पहले से ही कुछ राशि जमा होनी चाहिए जिससे आपको लोन मिल सके लेकिन Overdraft Account आपको शून्य राशि होने पर भी लोन के तोर पर राशि उधार देता है।
- अगर आपके बैंक में कोई भी राशि नहीं है तो Overdraft Account आपको शून्य राशि पर पैसे निकालने की अनुमति देता है जोकि और किसी लोन में यह सुविधा नहीं होती।
- Overdraft Account में कम कागज़ी प्रक्रिया होती है दूसरे लोन्स (loans) के अनुसार।
- जब आप Overdraft Account से कुछ राशि उधार लेते हो तब आपको केवल उसी राशि के लिए ब्याज देना होता है जो राशि आपने Overdraft Account के द्वारा ली है और इस्तेमाल की गयी है ।
- आपको इसकी राशि का भुगतान EMI में करने की आवश्यकता नहीं होती,आप इसकी राशि का भुगतान एक साथ सारी राशि दे कर भी कर सकते हो।
ओवरड्राफ्ट लिमिट क्या है:
OD की लिमिट/सीमा के बारे में जानना भी आवश्यक है। OD Account in Hindi को आप जान चुके हैं तो चले हैं इसकी लिमिट कि तरफ ओवरड्राफ्ट लिमिट या ओवरड्राफ्ट सीमा यह बैंक द्वारा ही तय की जाती है कि आपको कितनी राशि ओवरड्राफ्ट अकाउंट के द्वारा मिल सकती है।
यह आपकी सैलरी पर निर्भर करती है , आपके सिबिल पर निर्भर करती है, और इसके अतिरिक्त अगर कोई ग्राहक द्वारा समय पर भुगतान न करने पर , या फिर आप ओवरड्राफ्ट सीमा से ऊपर चले जाते है तो बैंक आपसे अधिक लागत वसूल करता है।
पर्सनल लोन से बेहतर क्यों है:
D Account in Hindi यह जानने के पश्चात यह भी जानते है कि यह कई विकल्पों में पर्सनल लोन से बेहतर क्यों है। ऐसा कह सकते है कि ओवरड्राफ्ट पर्सनल लोन से बेहतर विकल है। इसके निम्नलिखित उदहारण निचे दिए गए है.
- पर्सनल लोन में ओवरड्राफ्ट की तुलना में ब्याज दर ज्यादा होती है लेकिन ओवरड्राफ्ट की ब्याज दर पर्सनल लोन की तुलना में थोड़ी कम होती है।
- अगर आप पर्सनल लोन को तय किये गए समय से पहले चुकाते है तो आपको प्रीपेमेंट चार्ज देना पड़ता है। लेकिन ओवरड्राफ्ट में आपको कोई प्रीपेमेंट नहीं देनी पड़ती।
- पर्सनल लोन का भुगतान आपको हर महीने करना होता है लेकिन ओवरड्राफ्ट का भुगतान आप एक बार सारी राशि दे कर भी कर सकते हो या फिर हर महीने दे कर भी।
ओडी अकाउंट (OD Account) के नुक्सान:
OD Account in Hindi को जानने के पश्चात इसके क्या-क्या नुक्सान है इस विषय पर भी चर्चा करते है। यह बहुत सामान्य बात है कि जहाँ फायदा होता है वहीँ कही न कही थोड़ा बहुत नुक्सान का होना तो स्वाभाविक है। ऐसे है ओडी अकाउंट के भी कुछ नुक्सान है चलिए उन्हें भी देखते है।
- ओडी अकाउंट में ब्याज दरों के परिवर्तन के अनुसार ब्याज शुल्क बदलता रहता है।
- ओडी अकाउंट (OD Account/Overdraft Account) केवल बैंक खाताधारकों को ही ऑफर किया जाता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
ओडी अकाउंट क्या है/OD खाता क्या है?
ओडी अकाउंट (OD Account) का मतलब है ओवरड्राफ्ट अकाउंट (Overdraft Account)। ऐसा कह सकते है कि यह एक खाते का ही रूप होता है जहा बैंक आपको लेन देन की अनुमति देता है। आपके खाते में पैसे ना होने पर भी यह आपको पैसे निकालने की अनुमति प्रदान करता है आप इसके द्वारा एक विशिष्ट राशि उधर ले सकते है जो राशि आपके द्वारा ओडी अकाउंट से उधार ली जाती है बैंक उस पर ओवरड्राफ्ट शुल्क के रूप में ब्याज लेता है।
सीसी और ओडी अकाउंट के बीच क्या अंतर है?
कैश क्रेडिट (CC) एक प्रकार का शार्ट टर्म लोन है जो व्यवसायों में उनकी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दिया जाता है। हालांकि ओवरड्राफ्ट सुविधा बैंको द्वारा किसी व्यक्ति या कंपनी को दी जाती है ताकि वह अपने बैंक अकाउंट से पैसे निकाल सके , चाहे उनका अकाउंट बैलेंस 0 ही क्यों ना हो।
ओवरड्राफ्ट सुविधा क्या है?
ओवरड्राफ्ट सुविधा इसके द्वारा आप अपने बैंक आकउंट से तब भी पैसे निकाल सकते है जब आपके बैंक में कोई राशि मौजूद न हो। बैंक अपने ग्राहक के लिए एक ओवरड्राफ्ट लिमिट तय कर देता है। ग्राहक एक निर्धारित सीमा तक ही पैसा निकाल सकता है। बैंक सिर्फ उस पैसो पर ही आपसे ब्याज लेता है जो राशि ओवरड्राफ्ट अकाउंट से निकाली गयी हैं।
ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ कौन उठा सकता है?
ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ आप सभी उठा सकते हो क्योकि जिस बैंक में आपका खाता खुला होता है आप उसी बैंक से Overdraft सुविधा प्राप्त कर सकते हो। यह सुविधा किसी भी अन्य बैंक से लोन लेने की तरह ही होती है। अधिकतर बैंक सिर्फ उन्ही ग्राहकों को यह सुविधा प्रदान करते है जिनका करंट अकाउंट (Current Account) होता है। क्योकि करंट अकाउंट में लेन देन अधिक होता है।
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निष्कर्ष: OD Account in Hindi
आज के आर्टिकल में हमने OD Account in Hindi के बारे में बात की जिसके अन्दर OD Account क्या होता है , इसके कार्य क्या है , और इसके लाभ क्या-क्या है के बारे में बात हुई। यह एक बहुत बेहतर विकल्प हैं तब जब आपके बैंक खाते में शून्य राशि हो फिर भी आप इसकी मदद से एक निर्धारित राशि उधार ले सकते है। लेकिन यह बात तो आप सबको पता ही होगी की जहा फायदा होता है वह कही न कही और थोड़ा बहुत नुक्सान तो होता ही है।
अगर आप इसको खुलवाना चाहते ही तो और ज्यादा अच्छे से जानकारी प्राप्त करे , और इसके टर्म एंड कंडीशन भी पढ़ ले। अगर आपको हमारा OD Account in Hindi का यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो कमैंट्स में जरूर बताये ताकि हमें इसी तरह प्रोत्साहन मिलता रहे और हम आपके लिए इसी तरह से नयी-नयी जानकारी के साथ नए-नए आर्टिकल भी लाते रहे।